चल के इस आंगन में Nirankari Geet Lyrics

Lyrics In Hindi : चल के इस आंगन में

चल के इस आंगन में, आ गई बहारें हैं,
सत्गुरू ने सन्तों के, सब काज संवारे हैं
दाता ने खुशियों से, हर झोली भर डाली,
जलते हैं दीप मन में, जैसे हो दीवाली,
खुशियों ही खुशियों के, हर ओर नज़ारे हैं
सत्गुरू ने..

खुश हो जाये दाता, तो कारज पूरे हैं, 
आशीष बिना गुरु के, सब काम अधूरे हैं
सन्तों ने लिए हरदम, इसके ही सहारे हैं,
सत्गुरू ने….

परिवार जो मिल बैठा, इन सबको मुबारिक हो,
‘विजय बाबू’ सन्तों के घर, सदा ये रौनक हो.
हो जाये नज़र तेरी, तो वारे – न्यारे हैं.
सत्गुरू ने ….

तर्ज : इस इश्क मुहब्बत की .

Lyrics In Hinglish : चल के इस आंगन में

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